भारत के अफ्रीकी बाजारों में बढ़ा चीन का हस्तक्षेप, शुरू हुआ ‘Rice War’

चावल को निर्यात करने में भारत दुनिया का सबसे बड़ा देश है लेकिन अब बाजार में इसका एक साझेदार चीन उतर आया है। उद्योग भवन में पॉलिसी बनाने से लेकर चावल निर्यात करने वाले शीर्ष मिलों की निगाहें भी बड़ी सतर्क के साथ चीन को देख रहीं हैं। क्‍योंकि यह अफ्रीकी बाजारों में टनों चावल पहुंचा रहा है तो आम तौर पर भारत का काम होता था।

सूत्रों के अनुसार, चीन 300 डॉलर से 320 डॉलर प्रति टन गैर-बासमती चावल का निर्यात कर रहा है। ‘भारत और चीन के दरों में काफी फर्क है। अगर ऐसा ही जारी रहा तो हमारा निर्यात प्रभावित होगा।

POSTED BY
RANJANA

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