२ अक्टूबर के बाद बढ़ेगी इन चीज़ो की डिमांड, ऐसे करे बिज़नेस

नरेंद्र मोदी की सरकार 2 अक्टूबर से देशभर में प्लास्टिक को बंद करने की तैयारी कर प्लास्टिक बैग, कप और स्ट्रॉ पर पाबंदी लगा दी जाएगी. प्रदूषण के बढ़ते खतरे को देखते हुए पॉलीथिन को बड़ा खतरा है तो वहीँ पॉलीथिन के खत्म होने से प्लास्टिक बैग्स का कारोबार भी खत्म हो जाएगा. इसके डिजाइनर पेपर बैग या पेपर कैरी बैक की डिमांड मार्केट में तेजी से आएगी. पेपर बैग पर्यावरण के लिए पूरी तरह सुरक्षित हैं. अगर कम पैसों में बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो पेपर बैग मेकिंग बिजनेस आपके लिए रोजगार का बेहतर विकल्‍प है.

आजकल पेपर बैग का इस्‍तेमाल लगभग हर जगह हो रहा है, चाहे वो गारमेंट शॉप, बैकरी, शू और चप्‍पल शॉप, ग्रोसरी शॉप, बुक शॉप, स्‍वीट शॉप या फिर कोई और हो. ऐसे समय में यदि आप पेपर बैग बनाने की यूनिट लगाते हैं तो यह फायदे का बिजनेस साबित हो सकता है.
सरकार देगी 1 करोड़ का लोन: अगर आप पेपर बैग बनाने की यूनिट लगाना चाहते हैं तो सरकार आपको एक करोड़ रुपए तक का लोन दे सकती है. यह लोन आपको उद्यमी मित्र नाम की सरकारी योजना के तहत मिलता है.
कितने में शुरू होगी यूनिट: केंद्र सरकार की उद्यमी मित्र योजना के तहत, अगर आप अपनी यूनिट लगाने के लिए लैंड और बिल्डिंग परचेज करते हैं तो आपको लगभग 32 लाख रुपए इस पर खर्च करने होंगे. हालांकि आप किराये की बिल्डिंग में भी यह यूनिट लगा सकते हैं. आपको प्‍लांट एंड मशीनरी पर 14.65 लाख रुपए का खर्च करना होगा. अन्‍य एसेट के नाम पर 3 लाख, पीएंडपी एक्‍सपेंस पर 2.15 लाख रुपए, कंटीजैंस पर 4.67 लाख रुपए और वर्किंग कैपिटल मार्जिन के तौर 91.64 लाख रुपए यानी कुल 1 करोड़ 48 लाख रुपए की प्रोजेक्‍ट रिपोर्ट बनानी होगी. वर्किंग कैपिटल में रॉ-मैटिरियल भी शामिल होगा.
उद्यमी मित्र के मुताबिक आपको प्रोजेक्‍ट कॉस्‍ट में से लगभग 1 करोड़ 3 लाख रुपए का लोन मिल सकता है. आपको खुद लगभग 45 लाख रुपए का इंतजाम करना पड़ सकता है.

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