मां के चंद्रघंटा स्वरूप की आज करें, आराधना, जानें पूजा विधि

नवरात्रि का तीसरा दिन भय से मुक्ति और अपार साहस प्राप्त करने का होता है. इस दिन मां के ‘चंद्रघंटा स्वरुप की उपासना की जाती है. इनके सिर पर घंटे के आकार का चन्द्रमा है जिसकी वजह से इनको चंद्रघंटा कहा जाता है. इनके दसों हाथों में अस्त्र शस्त्र हैं और इनकी मुद्रा युद्ध की मुद्रा है.

बता दे मां चंद्रघंटा तंत्र साधना में मणिपुर चक्र को नियंत्रित करती हैं. ज्योतिष में इनका सम्बन्ध मंगल नामक ग्रह से होता है. इस बार मां के तीसरे स्वरुप की उपासना आज की जाएगी.

मां चंद्रघंटा की पूजा विधि क्या है जाने?
मां चंद्रघंटा की पूजा लाल वस्त्र धारण करके करना श्रेष्ठ होता है
मां को लाल पुष्प,रक्त चन्दन और लाल चुनरी समर्पित करना उत्तम होता है
इनकी पूजा से मणिपुर चक्र मजबूत होता है
अतः इस दिन की पूजा से मणिपुर चक्र मजबूत होता है और भय का नाश होता है
अगर इस दिन की पूजा से कुछ अद्भुत सिद्धियों जैसी अनुभूति होती है तो उस पर ध्यान न देकर आगे साधना करते रहनी चाहिए

POSTED BY
RANJANA SHRIVASTAV

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