कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने 6 लाख कंपनियों को दी सुविधा

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने एम्प्लायर को बकाये का साथ-साथ अदायगी किए बिना मासिक भविष्य निधि रिटर्न जमा कराने की इजाजत दे दी है. इस फ़ैसले से कोरोना खतरे के कारण से लागू लॉकडाउन के बीच करीब 6 लाख कंपनियों को रिलीफ मिलेगी. अभी नियोक्ताओं को पीएफ रिटर्न प्रवेश करने के साथ-साथ शेष का भुगतान भी करना होता है. पीएफ रिटर्न में ईपीएफओ द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में कर्मचारी और नियोक्ता के योगदान का ब्योरा होता है.

इस दौरान श्रम मंत्रालय ने बयान में बताया कि वर्तमान लॉकडाउन के कारण से कंपनियां सामान्य तरीके से काम नहीं कर पा रही हैं और उन्हें नकदी खतरे से लड़ना पड़ रहा है. इस समय में वे विविधतापूर्ण भुगतान नहीं कर पा रही हैं. यद्पि, उन्होंने कर्मचारियों को काम से नहीं हटाया है. उन्होंने कहा है कि इस हालात के दौरान मासिक इलेक्ट्रॉनिक चालान-सह-रिटर्न को विविधतापूर्ण योगदान से अलग कर दिया गया है. EPFO की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में मार्च माह के योगदान की अदायगी 15 अप्रैल तक किया जाना था. इसे बढ़ाकर अब 15 मई कर दिया गया है. यह उन एम्प्लॉयर्स के लिए है, जिन्होंने अपने कर्मचारियो को मार्च माह की तनख़्वाह दे दी है.

 

 

RANJANA

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